ज्योति यादव, डोईवाला।आज अखिल भारतीय किसान सभा व ट्रेड यूनियन सीआईटीयू की दिल्ली में केंद्र सरकार की किसान, मजदूर विरोधी नीतियों को लेकर अखिल भारतीय स्तर पर होने वाली रैली की तैयारियों के लिए पूरे देश के किसान और मजदूरों में बहुत जोश है ।
इसी क्रम में आज माजरी ग्रांट में भी किसान सभा के पूर्व मण्डल अध्यक्ष फूल सिंह की अध्यक्षता में बैठक समपन्न हुई ।
बैठक में किसान सभा के जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने बताया कि 05 अप्रैल को दिल्ली में होने वाली रैली एक ऐतिहासिक रैली होगी। जिसमें पूरे देश से लाखों किसान और मजदूर भाग लेंगे ।उन्होंने कहा कि केन्द्र में बैठी सरकार किसानो की हितैसी नहीं है । सरकार ने घोषणा की थी कि2022 में किसानों की आय दोगुना हो जाएगी परन्तु उसका उल्टा हुआ।
आय दोगुने के बजाय और आधी हुई है । उन्होंने बताया कि आज कृषि यंत्रों, खाद,बीज एवं दवाइयों में बढ़ती बेहताशा मंहगाई के चलते फसलों का लागत मूल्य बढ़ा है और आमदनी कम हुई, इसका जीता जागता उदाहरण उत्तराखंड में गन्ने के रेट में सरकार द्वारा कोई बढ़ोतरी नही की गयी जबकि गन्ने की लागत व मजदूरी में काफी वृद्धि हुई ।
बैठक को मण्डल सचिव याक़ूब अली व मण्डल अध्यक्ष बलबीर सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली रैली में किसानों की भागीदारी सरकार को जगाने का काम करेगी और केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों का पर्दाफाश भी किया जाएगा । अच्छे दिन का नारा देने वाली सरकार का ध्यान किसान और मजदूरों पर न होकर कारपोरेट घरानों पर ज्यादा मेहरबान है ।
बैठक को मण्डक उपाध्यक्ष ज़ाहिद अंजुम व मण्डल सह सचिव अनूप कुमार पाल ने किसानों से रैली में बढचकर भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि किसानों को अपने हक की लड़ाई खुद लड़ने की जरूरत है।
सरकार के भरोसे सिर्फ किसानों और मजदूरों का शोषण होता रहेगा । उन्होंने कहा कि किसान सभा देश का सबसे बड़ा किसान संघठन है जो किसानों और मजदूरों के हको की लड़ाई हमेशा लड़ता रहता है और समाज मे चल रही बुराइयों को भी खत्म करने में सहयोग करता है ताकि एक अच्छे समाज का निर्माण किया जा सके ।
बैठक को फूल सिंह, सत्यपाल, सुशील कुमार, दयाराम , प्रेम सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया।
बैठक में करमजीत सिंह, सतीश कुमार, विजय सिंह पाल,विपिन कुमार ,मनमोहन सिंह आदि काफी संख्या में किसान उपस्थित रहे।