यू-ट्यूब पर मोटिवेशनल (सामाजिक और नैतिक मूल्यों) वीडियो बनाकर लोगों को शिक्षित करने वाली यू-ट्यूबर युवती हिमांशी गांधी (24) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। शुक्रवार शाम को हिमांशी का शव सिविल लाइंस इलाके में यमुना नदी में तैरता हुआ मिला। सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शुरूआती जांच के बाद पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हिमांशी ने सिग्नेचर ब्रिज से यमुना में कूदकर जान दे दी।
पुलिस को घटना स्थल के पास एक सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें हिमांशी ऑटो से उतरने के बाद ब्रिज से कूदती हुई नजर आ रही है। परिजन बेटी के आत्महत्या की बात मानने को तैयार नहीं है। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद हिमांशी का शव परिवार के हवाले कर दिया है। अब बुराड़ी थाना पुलिस जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कर रही है। पुलिस हिमांशी के दोस्तों से भी पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक हिमांशी परिवार के साथ वेस्ट संतनगर, बुराड़ी इलाके में रहती थी। इसके परिवार में पिता लवेश गांधी और मां है। परिवार में हिमांशी अकेली औलाद थी। इसके पिता उत्तरी दिल्ली में एक गुजराती संस्था में उच्च पद पर तैनात हैं। हिमांशी डीयू के नामी कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद यू-ट्यूब पर मोटिवेशनल वीडियो बनाती थी। वह खुद और इसके दोस्त इन वीडियो में किरदार निभाते थे।
कुछ दिनों पूर्व हिमांशी व उसके दोस्तों ने उत्तरी दिल्ली के विजय नगर (मुखर्जी नगर के पास) में एक कैफे खोलने की योजना बनाई थी। फिलहाल 10 दिनों के ट्रायल पर कैफे को 24 जून को खोला जाना था। पिता ने पुलिस को बताया कि सुबह करीब 10.30 बजे हिमांशी माता-पिता के पैर छूकर घर से कैफे के लिए निकली थी। इसके बाद उसी दिन दोपहर 3.30 बजे से 4.00 बजे के बीच हिमांशी के दोस्त आयुष का कॉल उसकी मां के पास आया। आयुष ने बताया कि आंटी 3.00 बजे के बीच यहा से गुस्से में निकली है और अब उसका फोन भी नॉट रिचेबल आ रहा है।
परिजनों ने उसे कॉल किया तो उसका नंबर नहीं मिला। इसके बाद रात तक हिमांशी का इंतजार किया गया। लेकिन वह नहीं पहुंची। परेशान होकर 24 जून की रात को ही लवेश गांधी ने मामले की सूचना बुराड़ी पुलिस को दी। पुलिस ने जांच के बाद हिमांशी की गुमशुदगी दर्ज कर ली। इसके बाद हिमांशी की तलाश जारी रही। शुक्रवार शाम को यमुना नदी में कुदेशिया घाट के पास लोगों ने एक युवती का शव पानी में तैरते हुए देखकर मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव निकाला और मोर्चरी भेजा। हिमांशी के परिवार को शव की शिनाख्त करने को बुलाया गया। परिवार ने शव की पहचान हिमांशी के रूप में की। परिजनों ने पहले तो उसकी हत्या कर शव को यमुना में फेंकने का आरोप लगाया, लेकिन बाद में उसके आत्महत्या करने का पता चला।