अभिनेता अनुपम खेर ने दून की बच्ची का वीडियो किया शेयर, उसके विचारों से हुए प्रभावित
अभिनेता अनुपम खेर ने अपने twitter अकाउंट में देहरादून की एक बच्ची से बातचीत का वीडियो शेयर किया है। अनुपम खेर बच्ची के राष्ट्रवाद और भारत पर विचारों से खासे प्रभावित हुए। बता दें कि यह बच्ची अनुपम खेर की वेब सीरीज द कश्मीर फाइल्स में काम कर रही है।
मसूरी। प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर ने अपने twitter अकाउंट में देहरादून की एक बच्ची से बातचीत का वीडियो शेयर किया है। अनुपम खेर बच्ची के राष्ट्रवाद और भारत पर विचारों से खासे प्रभावित हुए। बता दें कि यह बच्ची अनुपम खेर की वेब सीरीज द कश्मीर फाइल्स में काम कर रही है।
Meet #Chaahat!! She is from #Dehradun and is doing a role with me in #Mussoorie for the movie #TheKashmirFiles. Her thoughts on Nationalism and India blew my mind. She represents the #GirlPower of modern India. Jai Ho to #Chaahat & her thinking. 🙏😍 🇮🇳#GirlPower #India #JaiHind pic.twitter.com/GbQmZ6uRFh
— Anupam Kher (@AnupamPKher) December 21, 2020
गौरतलब है कि प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर इन दिनों एक वेब सीरीज की शूटिंग के चलते मसूरी में है। आज उन्होंने अपने twitter अकाउंट में देहरादून की एक बच्ची का वीडियो शेयर किया है। यह बच्ची चाहत सिंह राजावत उनकी वेब सीरीज द कश्मीर फाइल्स में काम कर रही है। इस वीडियो में अनुपम खेर बच्ची से पूछ रहे हैं कि बेटा आप का नाम क्या है। इस बच्ची कहती है मेरा नाम चाहत सिंह राजावत है। कक्षा चार में पढ़ रही चाहत ने अनुपम खेर से बातचीत में कहा कि अपने देश-धर्म की रक्षा करनी है, उसे बचाना है तो हर किसी को राष्ट्रवादी होना ज़रूरी है। चाहत ने अनुपम से बेबाकी से कहा कि वह भी राष्ट्रवादी बन कर अपने देश धर्म की रक्षा करेगी।
दुकान वाले की थी बात
बीते दिनों अनुपम ने कुछ देर होटल से हिमालय की पर्वत शृंखलाओं को निहारा। इसके बाद वह सुबह की सैर पर निकले। हैप्पी वैली से लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी होते हुए वह गार्डन रोड पर पहुंचे। इस दौरान रास्ते में वह प्रशंसकों से भी बातचीत करते रहे। हैप्पी वैली रोड पर अग्निशमन कार्यालय के पास अनुपम एक चाय की दुकान में ठहर गए। दुकान के मालिक इंद्रदत्त सेमवाल ने उन्हें नमस्कार किया और पूछा कि ‘आप अनुपम खेर ही हैं ना’। अनुपम ने जवाब दिया ‘हां, मैं ही हूं। वापसी में आपसे मुलाकात करुंगा।’ लौटते हुए वह सेमवाल से मिले। सेमवाल ने अनुपम को बताया कि वह तीस वर्ष से यह दुकान चला रहे हैं। यही उनके परिवार के गुजर-बसर का जरिया है। चलते-चलते अनुपम ने सेमवाल से कहा कि दुकान के बाहर लगे बोर्ड पर ऑमलेट की स्पेलिंग गलत है और हंसते हुए आगे बढ़ गए।