देहरादून:नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने एक हादसे की गुत्थी केवल एक टेप के टुकड़े से सुलझा दी। 11 दिनों की मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।बता दें की आठ जनवरी को एक व्यक्ति ने सूचना दी कि किसी अज्ञात वाहन ने उसके भाई लोकेश पंवार को डिफेंस कॉलोनी के पास टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर वाहन चालक की तलाश शुरू की। घटनास्थल के आसपास कोई भी सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण वाहन चालक के बारे में जानकारी जुटा पाना मुश्किल हो गया। घटनास्थल के आसपास के लोग भी सटीक जानकारी नहीं दे सके। हालांकि, यह जरूर पता चला कि घटना किसी दूध ले जाने वाले वाहन के कारण हुई है। अज्ञात चालक की तलाश के लिए तीन किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी रास्तों पर लगे कैमरों की बारीकी से जांच की गई और 50 के करीब दूध वालों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई भी सबूत हाथ नहीं लगा। मृतक के वाहन का बारीकी से निरीक्षण किया गया तो वाहन के अगले पहिये पर टेप का लाल टुकड़ा मिला। पुलिस ने दोबारा सीसीटीवी की जांच की। इस दौरान टीम को करीब 300 से अधिक वाहनों का बारीकी से निरीक्षण करना पड़ा। टीम को एक ई-रिक्शा मिला, जिसके पिछले भाग की लाल टेप हल्की सी खुर्ची हुई थी व वह मृतक की गाड़ी से मिली लाल टेप से मिल रही थी।रिक्शा चालक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि किसी दूधवाले मोटरसाइकिल से टकराने के बाद मृतक का वाहन ई-रिक्शा के पिछले भाग से टकराया था। सीसीटीवी में मोटरसाइकिल सुपर स्पलेंडर होने की पुष्टि हुई। पुलिस टीम ने सभी सुपर स्पलेंडर मोटरसाइकिल चालकों जो कि क्षेत्र में दूध बांटने का कार्य करते हैं, की जांच की तो पता चला की एक वाहन चालक ने अपने दूध बांटने के समय में घटना के दिन के बाद एक घंटे का समय बदला है। पुलिस टीम ने मोटरसाइकिल की तलाश की तो चालक का नाम शावेज निवासी बंजारावाला मूल निवासी बिहारीगढ़ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। पूछताछ में शावेज ने दुर्घटना में अपनी भूमिका होना स्वीकार की।