ब्लैक फंगस का लगातार बढ़ता प्रकोप , आमजन सहित प्रशासन भी है परेशान
कोरोना के बाद सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाली बिमारी ब्लैक फंगस आजकल परेशानी का सबब बनी हुई है । देश के लोग कोरोना वायरस के प्रभाव से अभी उभरे भी नहीं कि ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बिमारी ने अपनी दस्तक दे दी । वर्तमान की बात करें तो बता दे, कि अबतक ये बिमारी देश के अधिकतर कोने जैसे मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में दस्तक दे चुकी है । गौर करने वाली बात यह है कि कोरोना की तरह देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस को महमारी घोषित कर दिया गया है । वहीं प्रशासन भी अब इस बढ़ते संक्रमण से परेशान है ।
भारत में अब तक कितने मामले सामने आ चुके है ——-
आपको बता दें, कि देश में ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के अब तक 7,251 मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें 220 लोगो की मौत हो चुकी है। वहीं देश के कई राज्य ऐसे है जहां ब्लैक फंगस का असर अधिक देखने को मिल रहा है ।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में भी ब्लैक फंगस मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है गौर करने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में ब्लैक कांग्रेस की वजह से अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 8 लोग ऐसे भी हैं जिन्हें ब्लैक फंगस के कारण दिखना बंद हो गया है।
दिल्ली
राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस का संक्रमण लगातार जोर पकड़ रहा है । ताजा जानकारी के अनुसार राजधानी में म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) 200 से अधिक मरीज सामने आ चुके है ।
उत्तराखंड
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के अब तक 64 मरीज सामने आ चुकें है । जबकि 7 लोगो की इस संक्रमण के चलते जान जा चुकी है ।
मध्यप्रदेश
बात अगर मध्यप्रदेश की हो तो यहां भी म्यूकोरमाइकोसिस के अधिक मामले देखने को मिले हैं। इस बीमारी से अबतक यहां दो लोगों की जान चली गई है। जबकि राज्य में इसके 50 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
उत्तरप्रदेश
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में भी ब्लैक फंगस का आंकड़ा 150 के पार पहुच गया है । गौर करने वाली बात यह है कि यूपी में लखनऊ और मेरठ ब्लैक फंगस से प्रभावित शहरों में से एक है। खबरो की माने तो लखनऊ में अब तक 55 और मेरठ में 52 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है।वहीं वाराणसी में 30 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं।
कैसे फैलता है ये इंफेक्शन
जानकारी के अनुसार यह फंगल इंफेक्शन, आमतौर पर मिट्टी, पौधे, खाद और सड़े हुए फलों और सब्जियों में पाए जाते हैं। यह दिमाग, साइनस, फेफड़ों पर असर डालता है और डायबिटीज से पीड़ित एवं कम इम्यून सिस्टम वाले मरीजों के लिए घातक हो सकता है।
छूत की बीमारी नहीं है ब्लैक फंगस
देश में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलो के चलते ये सवाल सबके जहन में आ रहा है कि क्या ब्लैक फंगस छूने से फैसता है । वहीं एक्सपर्ट का इस सवाल पर कहना है कि यह छूत की बीमारी नहीं है। यह एक मरीज से यह दूसरे मरीज में या किसी और को नहीं फैलती। लिहाज़ा यह उस मरीज तक ही सीमित रहेगी, जिसे हुई है।
ब्लैक फंगस के लक्षण दिखेंगे…
बुखार
सांस लेने में दिक्कत
कफ
खंखार में खून आना
सीने में दर्द
धुंधला दिखाई पड़े
चेहरा सुन्न पड़ रहा हो
चेहरे का रंग बदल रहा हो
पलकें सूजने लगी हों
दांत हिलने लगे
अगर आपको भी अपने अंदर इनमें से कोई लक्षण महसूस हो और अगर आपको अधिक तकलीफ होने लगे , तो फिर डॉक्टर से परामर्श जरुर कर ले ।