दिल्ली के छावला इलाके में एक महिला ने अपनी बेटी के साथ मिलकर अवैध संबंध में बाधक बने पति की हत्या करवा दी। लेकिन घटना के 24 घंटे बाद ही पुलिस ने हत्या करने वाले बदमाश, मृतक की पत्नी और बेटी को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया। बदमाश हत्या के मामले में पेरोल पर जेल से बाहर आया था और अपने अवैध संबंध को आगे भी जारी रखना चाहता था। लेकिन मृतक को इस बात की भनक लग गई थी। जिला पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार मीणा ने बताया कि 18 मई को छावला इलाके में एक व्यक्ति की हत्या किए जाने की जानकारी मिली। घटनास्थल पर 46 साल के व्यक्ति का शव पड़ा था। उसकी चाकू मारकर हत्या की गई थी। पास ही उसकी बाइक खड़ी थी। मरने वाले की शिनाख्त भरथल निवासी अशोक कुमार के रूप में हुई। वह पेशे से टैक्सी चालक था। छानबीन के दौरान पता चला कि अशोक की अंतिम बार अपनी बेटी ईशापुर गांव निवासी शीतल से फोन पर बात हुई है। पुलिस ने शीतल और उसकी मां राजबाला से पूछताछ की।
जिसमें उन लोगों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि राजबाला का गांव के ही विरेंद्र से अवैध संबंध हैं। इस बात का शक अशोक कुमार को भी था। जिसका वह विरोध करता था। हाल ही में पेरोल पर जेल से बाहर आने के बाद विरेंद्र को पता चला कि अशोक को उसके अवैध संबंध की जानकारी हो गई है। लेकिन विरेंद्र संबंध को आगे जारी रखना चाहता था। उसके बाद मां-बेटी और विरेंद्र ने मिलकर अशोक की हत्या की साजिश रची। 17 मई को शीतल और उसकी मां राजबाला विरेंद्र को अशोक के बारे में पल-पल की जानकारी देती रही। शीतल ने पिता अशोक को फोन किया, जिसमें उसे पता चला कि वह निर्मलधाम के पास है। इस बात की जानकारी शीतल ने विरेंद्र को दे दी। विरेंद्र ने अपनी कार से अशोक का पीछा किया और मौका पाकर उसकी चाकू गोदकर हत्या कर दी। मां-बेटी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी विरेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया।