देहरादून: कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश दिया है। लेकिन, दून में स्थिति इससे ठीक उलट बनी हुई है। यहां मरीजों की संख्या के साथ जांच की दुश्वारियां भी बढ़ती जा रही हैं। जनसामान्य के लिए कोरोना जांच कराना मुश्किल होता जा रहा है। इसकी एक बानगी मंगलवार को दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में दिखाई दी। जहां कोरोना जांच के लिए सैंपल देने को लोग कई घंटे लाइन में खड़े रहे। भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल को भी दो घंटे इंतजार करना पड़ा। वह परिवार की जांच के लिए अस्पताल आए थे। कई व्यक्तियों को घंटों इंतजार के बाद भी बैरंग लौटना पड़ा।
डॉक्टर और तकनीशियन समेत स्टाफ के पांच व्यक्तियों के संक्रमित मिलने के बाद दून मेडिकल कॉलेज की लैब 48 घंटे के लिए बंद कर दी गई थी। मंगलवार को यहां दो दिन बाद दोबारा सैंपलिंग शुरू हुई। ऐसे में सैंपल देने वालों की भारी भीड़ जुट गई। लोग अपनी बारी के लिए तीन से चार घंटे तक लाइन में खड़े रहे। इस कारण जांच स्थल पर कई बार हंगामा भी हुआ। सुरक्षाकर्मियों के समझाने के बाद किसी तरह लोग शांत हुए।
यही नहीं, तीन से चार घंटे इंतजार के बाद भी कई लोग बिना जांच कराए मायूस लौटे। बताया गया कि सैंपलिंग का समय समाप्त हो चुका है और वह अगले दिन आएं। इधर, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि दो दिन लैब बंद होने से यह दिक्कत आई है। सैंपलिंग सुचारू रूप से चलती रहे, इसके लिए व्यवस्था बनाई जाएगी।
मंगलवार को कोरोनेशन अस्पताल में कोविड टेस्ट कराने और रिपोर्ट लेने के लिए भीड़ उमड़ी। आपाधापी में भीड़ ने शारीरिक दूरी के नियम तक की परवाह नहीं की और न ही आसपास कोई सुरक्षाकर्मी नजर आया, जो टेस्ट कराने और रिपोर्ट लेने आए |
कोरोनेशन अस्पताल में भी हंगामा
दून अस्पताल जैसी ही स्थिति कोरोनेशन अस्पताल में भी रही। यहां भी लोग सैंपल देने के लिए कई-कई घंटे इंतजार करते रहे। वहीं, 15 अप्रैल को सैंपल देने वाले कई व्यक्तियों ने यहां हंगामा भी किया। उनका कहना था कि अब तक रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट दिए जाने पर लोग शांत हुए।