संवाददाता(देहरादून): कोरोना के कहर ने सबकुछ बदलकर रख दिया। देश में कई बड़े आयोजन रद्द हो गए। उत्तराखंड में लगने वाला लगभग हर मेला इस बार आयोजित नहीं किया गया। ऐसा कुछ आगे भी होने वाला है। इस बार दशहरे में पहली बार देहरादून में ऐतिहासिक रावण दहन कार्यक्रम नहीं होगा।
बन्नू बिरादरी की ओर परेड ग्राउंड में होने वाला रावण दहन ऐतिहासिक है। इस बार दशहरा के संस्थापक लक्ष्मणदास विरमानी का इसी साल निधन हुआ और कोरोना संकट काल के चलते दशहरा भी स्थगित करना पड़ रहा है। बन्नू बिरादरी समिति के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि दशहरा 1948 से लगातार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हर बार यहां हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ती है। इसी साल बीती 12 जून को समिति के संस्थापक उनके पिता लक्ष्मणदास विरमानी का निधन हुआ है। उनके निधन के बाद व्यक्तिगत तौर पर पहला दशहरा कराना भावनात्मक रूप से बहुत मुश्किल था, लेकिन संयोग से इस बार कोरोना के कारण दशहरा आयोजन नहीं हो रहा है।