संवाददाता(देहरादून): उत्तराखंड के मानसून सत्र का आज बुधवार से आगाज हुआ। एक दिवसीय सत्र में विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। वहीं हंगामे के बाद कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष से इस बारे में बात की औऱ सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया। वहीं कुछ देर बाद विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल के निर्देश पर कांग्रेस विधायकों की ट्रैक्टर में बैठकर विधानसभा में एंट्री हुई। विधानसभा सत्र की शुरुआत में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और पूर्व विधायक स्व बृज मोहन कोटवाल को श्रद्धांजलि दी गई। वहीं 21-30 पर सदन की कार्यवाही 1 बजे तक के लिए स्थगित की गई।
बता दें कि इससे पहले पुलिस के द्वारा रिस्पना से पहले बैरिकेडिंग पर कांग्रेस विधायकों को ट्रैक्टर में विधानसभा जाने से रोका गया था। कांग्रेस विधायकों को पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद विधायकों ने सड़क पर बैठकर विरोध जताया था। कांग्रेस विधायकों में चकराता से विधायक प्रीतम सिंह, काजी निजामुद्दीन, मनोज रावत और आदेश चौहान ट्रैक्टर पर सवार थे। वहीं सदन में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और मदन कौशिक समेत करीब 33 विधायक पहुंच चुके हैं। विपक्ष की ओर से अभी केवल विधायक ममता राकेश ही सदन में मौजूद थी जिसके बाद प्रीतम सिंह, काजी निजामुद्दीन,मनोज रावत और आदेश चौहान भी पहुंचे।
वहीं कोरोना के मुद्दे पर कांग्रेस का सदन के अंदर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने वर्चुअली कहा कि 310 में कोरोना में चर्चा की जाए। कांग्रेस विधायक काजी निजामुदीन ने कहा कि कोरोना से बड़ा कोई मुद्दा नहीं है। जब कार्यमंत्रणा में कार्य स्थगन के मुद्दे पर चर्चा की बात कही थी तो फिर सरकार अब इससे मुकर नहीं सकती। कांग्रेस विधायक ने कहा कि कोरोना पर नियम 310 के तहत चर्चा होनी चाहिए। वहीं इस दौरान सदन में संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक और कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन के बीच तीखी नोकझोंक हुई।