देहरादून:जब एक किशोरी बोली कि हमारे साथ कुछ गलत होता है तो हम किसको बताएंगे। माँ से डर लगता है औऱ दोस्तों पर भरोसा नही होता। सहसपुर ब्लॉक में हिंसा के अंधेरे से आशा के उजियारे तक कार्यक्रम के अवसर पर कुछ इस तरह का दर्द सामने आया। सहसपुर स्थित एसजीआरआर कॉलेज में पांचवा और अंतिम आयोजन हुआ। इस मौके पर घरेलू हिंसा के प्रति महिलाओं को जागरूक किया गया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ छेत्र पंचायत सदस्य पुष्पा देवी ने किया। मांगल गीतों से कार्यक्रम शुरू हुआ।
कॉलेज के प्रिंसिपल रविन्द्र सैनी ने कहा कि घरेलू कार्यों में पुरुषों को भी महिलाओं का साथ देना चाहिए। बाल विकास परियोजना अधिकारी सहसपुर देवेंद्र थपलियाल ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से महिलाओं के बीच अलख जगाई जा रही है। महिला शक्ति केंद्र से आई सरोज ध्यानी ने चाइल्ड हेल्प लाइन और वन स्टॉप सेंटर के बारे में बताया। एडवोकेट फिरदौस ने घरेलू हिंसा को लेकर कानूनों की जानकारी दी। इंस्पिरेशन एवम पीआर एन इवेंट्स की ओनर नलिनी ने बताया कि इससे पहले क्लेमेनटाउन, डोईवाला, कालसी, विकासनगर और सहसपुर में कार्यक्रमों का कुशल आयोजन किया जा चुका है। डॉक्टर मंजू ने स्वास्थ्य सबंधी जानकारी दी। कार्यक्रम में मानवी, संजना, चंद्रकांता, मुमताज आदि उपस्थित थे।