देहरादून: सौतेली बेटी की हत्याकर उसके शव के दो टुकड़े करने वाली मां को एडीजे चतुर्थ की अदालत में आजीवन कारावास और 30 हजार जुर्माने की सजा सुनाई है। आठ फरवरी 2018 को महिला मीनू कौर ने पुलिस चौकी आइएसबीटी में सौतेली बेटी प्राप्ति की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। पुलिस ने जब लापता युवती के मोबाइल लोकेशन खंगाली तो लोकेशन घर के अंदर ही मिली थी। पूछताछ के बाद पुलिस ने नौ फरवरी को महिला मीनू कौर को गिरफ्तार करते हुए पूछताछ की।
राजधानी देहरादून के अंसारी रोड (पलटन बाजार) पर सामने आए दिल-दहलाने वाले हत्याकांड सौतेली मां ने सो रही बेटी प्राप्ति के सिर पर ईंट से हमला कर उसकी हत्या की। बात यहीं तक ख़त्म नहीं हुई फिर उसने खुखरी से बेटी के शव के दो टुकड़े कर दिए। ताकि वह शव को ठिकाने लगा पाए। शव के टुकड़े करने में उसे चार घंटे का वक्त लगा, लेकिन शव को घर से बाहर ले जाने का साहस नहीं जुटा पाई।
बता दें की राजधानी में 3 वर्ष पहले हुई।बेटी की माँ के हाथों हुई हत्या के मामले में कोर्ट ने आरोपी माँ मीनू को अदालत ने आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है। वर्ष 2018 के फरवरी माह।में देहरादून में हुईइस घटना के बाद कोतवाली इलाके से लेकर पूरे राजधानी इलाके में हड़कम्प मचा था। मां पर बेटी की निर्ममता से हत्या करने का आरोप कोर्ट में सिद्ध हो गया है। दरअसल प्राप्ति का शव उसी के घर से अलमारी में बरामद हुआ। जिसने ये मंजर देखा वो कांप उठा। जांच के दौरान पुलिस ने देखा कि युवती की लाश दो टुकड़ों में बंटी थी और घर की अलमारी में ही थी। सौतेली मां मीनू ने ही अपनी बेटी को मौत के घाट उतार दिया था।इसके बाद लाश के टुकड़ों को घर में ही एक अलमारी में डाल दिया गया। इसके बाद महिला ने पुलिस को गुमराह करने के लिए एक चालाकी चली, जिससे हर कोई हैरान है। आरोपी महिला ने पटेल नगर कोतवाली में लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि इलाके में बदबू फैल रही है। इसके बाद पुलिस के कान खड़े हो गए और पुलिस की टीम मीनू आहूजा के ही घर में पहुंची थी।