देहरादून:उत्तराखंड में रविवार देर रात से हो रही बारिश और बर्फबारी रुकने के बाद आज सुबह से ही हल्की धूप खिली है। जिससे लोगों को भीषण ठंड से थोड़ी राहत मिली। हालांकि कई जगह कोहरे की वजह से धूप काफी देर से निकली है। वहीं, मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में नए साल पर हल्की बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है।
नए साले के जश्न के लिए हर्षिल वैली पहुंच रहे पर्यटकों और स्थानीय लोगों की दिक्कतों को लेकर उपला टकनौर जनमंच के प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम भटवाड़ी से मुलाकात की। उन्होंने पाला गिरने से फिसलन भरी हुई सड़क पर वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के इंतजाम करने की मांग की।
गंगोत्री हाईवे से हर्षिल जाने वाली सड़क पर पाले की समस्या लगातार बनी हुई है। यहां फिसलन के कारण वाहनों की सुरक्षित आवाजाही नहीं हो पा रही है, जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बर्फबारी से यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप में रहा बंद
बर्फबारी से यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप में काफी देर तक बंद रहा। जबकि चौरंगीखाल, जरमोला, सांकरी आदि स्थानों पर सड़क पर बर्फ के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। मौसम में आए बदलाव से तापमान में गिरावट से जिले में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। वहीं, बर्फबारी के आज भी हाईवे पर वाहनों के फिसलने का खतरा बना हुआ है।
धनोल्टी में 80 प्रतिशत होटल फुल
व्यापार मंडल धनोल्टी के महामंत्री जगदीश सेमवाल ने बताया कि धनोल्टी में बर्फ देखने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी दूर-दूर से पहुंचे रहे हैं। बताया कि यहां करीब 80 फीसदी होटल फुल हो गए हैं। वहीं, मसूरी होटल व्यवसायी रामकुमार ने बताया कि शहर में बर्फबारी के बाद सैलानियों की संख्या में इजाफा हुआ है। इससे होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ ही पर्यटन से जुड़े लोगों में खुशी है।
शून्य से नीचे पहुंचा चकराता का तापमान
चकराता छावनी बाजार में सोमवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ जबकि, ऊंची चोटियों पर सीजन की चौथी बर्फबारी हुई। ऊंची चोटियों पर हुई बर्फबारी को देख पर्यटकों के चेहरे खिल उठे हैं। नए साल के जश्न की तैयारियों को चार चांद लग गए हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक सैर सपाटे के लिए चकराता और आसपास की ऊंची चोटियों का रुख करने लगे हैं।
बर्फबारी के चलते पूरा इलाका शीतलहर की चपेट में है। चकराता में न्यूनतम पारा -03 डिग्री के आसपास है। इससे पहले मौसम विभाग के पुर्वानुवान के चलते बड़ी संख्या में पर्यटक नए साल का जश्न मनाने के लिए चकराता पहुंचने लगे थे।
देर रात को मौसम की रंगत बदलने लगी। क्षेत्र में झमाझम बारिश शुरू हो गई, जिसके बाद रात दो बजे चकराता और आसपास के इलाकों में बर्फ गिरने लगी। सुबह होते-होते पूरे चकराता बाजार ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली।