देहरादून। उत्तराखंड में अगले वर्ष होने वाले कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन, प्रवेश द्वार पर स्क्रीनिंग और एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा यह भी व्यवस्था बनाई जाएगी कि श्रद्धालु कोरोना की जांच कराने के बाद ही कुंभ में स्नान के लिए आएं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में कोरोना के मद्देनजर आगामी कुंभ मेले में स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित ढंग से कुंभ स्नान की व्यवस्था करना सबका दायित्व है। इस संबंध में कुंभ मेले के दौरान की परिस्थितियों को देखते हुए एडवाइजरी जारी की जाए। उन्होंने आश्रमों के संचालकों, संत महात्माओं के माध्यम से भी जागरूकता के प्रसार में मदद लेने को कहा।
स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से मास्क तैयार करने की व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने हरिद्वार में बनने वाले एक हजार बेड के कोविड अस्पताल के निर्माण में तेजी लाने के साथ ही हरिद्वार के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में भी इलाज की प्रभावी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने मेले के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित करने के लिए अन्य राज्यों से विचार विमर्श करने के बाद कार्ययोजना बनाने को कहा। मुख्यमंत्री ने साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए कंटीजन प्लान बनाने पर ध्यान देने, प्रवेश द्वारों पर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कुंभ के दौरान हरिद्वार के निवासियों और आश्रमों में ठहरने वालों के लिए आवश्यकता पड़ने पर स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी ध्यान देने को कहा। बैठक में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सुरक्षा को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में जानकारी दी।
बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव नितेश झा, शैलेश बगोली, प्रभारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय, एसए मुरुगेशन के अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मेलाधिकारी हरिद्वार दीपक रावत, जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी सैंथिल अबुदई उपस्थित रहे।