देहरादून। मुस्लिम सेवा संगठन ने फ्रांस के राष्ट्रपति का पल्टन बाजार जामा मस्जिद चौक पर पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया। वक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार से फ्रांस के एक शिक्षक सैनुअल पेंटी की और से नबी पाक (स.अ.व.) का कार्टून बनाया गया और वही के एक युवक के द्वारा उस कार्टून बनाने वाले का सर कलम कर दिया गया, जिस पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति का बयान आया कि इस्लाम एक ऐसा र्ध्म है जिससे आज पूरी दुनिया संकट में है। इसके विरोध में कई मुस्लिम देशों में फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गये। इसके बाद फ्रांस सरकार ने इस्लामी आंदोलन में शामिल होने के आरोप में बड़े स्तर पर सर्विलांस कार्यक्रम चलाया हुआ है। सरकार ने न सिर्फ मस्जिदों में जांच अभियान चलाया बल्कि घरों और व्यावसायिक स्थलों समेत 120, से ज्यादा जगहों पर जांचें की गई और इस जांच के द्वारा फ्रांस के मुस्लिमों का वहां की सरकार के द्वारा मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके विरोध में आज देहरादून स्थित जामा मस्जिद चौक पर फ्रांस के राष्ट्रपति का फूंका गया। इस मौके पर मुस्लिम सेवा संगठन के महासचिव सद्दाम कुरेशी, उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी, मुदस्सिर, मेहताब कुरैशी, मीडिया प्रभारी वसीम अहमद, सह मीडिया प्रभारी रमीज राजा, पार्षद इतात, फरान पठान, दिलशाद अहमद, नसीम अहमद, दानिश कुरेशी, नवाज कुरैशी, समीर, मोहम्मद उस्मान, मोहम्मद शोएब व मोहम्मद जीशान आदि लोग उपस्थित थे