ज्योति यादव,डोईवाला। 30 मई रंवाई कांड की 93 वीं वर्षगांठ के अवसर पर तिलवाड़ी मैदान में शहीद किसानों को याद करने के लिए अखिल भारतीय किसान सभा ने डोईवाला गन्ना सोसायटी के सभागार में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया।
जिसकी अध्यक्षता किसान सभा मण्डल अध्यक्ष बलबीर सिंह व सीआईटीयू के जिला अध्यक्ष कृष्ण गुनियाल ने संयुक्त रूप से किया। किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि रंवाई कांड के शहीदों के प्रति तभी सच्ची श्रद्धांजलि होगी जब इस पैगाम को जन जन तक पहुंचा कर राजशाही के खिलाफ आवाज उठाई जाए।
अपने अधिकारों के खिलाफ लड़ते हुए धार्मिक नफरत को दरकिनार कर एक जुट होकर भारत को ऊंचाई पर पहुंचाए। किसान सभा प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव प्रसाद ने कहा कि रंवाई कांड का एक ऐतिहासिक महत्व है जिसे हमको समझने की जरूरत है।
मुख्य वक्ता गंगाधर नौटियाल ने कहा कि 1930 में टिहरी रियासत के राजा की दमनकारी नीतियों के खिलाफ जब उसका प्रतिरोध किया तो यमुना नदी तट पर स्थित तिलवाड़ी मैदान में एकत्रित टिहरी की आम जनता और किसानों पर टिहरी रियासत की सेना के दीवान चक्रधर जुयाल ने निहत्थी जनता पर गोली चलाने का आदेश दिया।
प्रतिरोध कर रही जनता पर गोलियों की बरसात कर दी। कहा इस खून की होली से बरबस जलियांवाला बाग की याद ताजा हो जाती है। इसीलिए इस रंवाई कांड को टिहरी का जलियांवाला कांड भी कहा जाता है।
इस दौरान एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेथा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल, उमा नौटियाल, कमलेश खंतवाल, सपा नेता फुरकान अहमद कुरैशी, ज़ाहिद अंजुम, याक़ूब अली, हरबंश सिंह, जगजीत सिंह, गुरचरण सिंह, मनोज नौटियाल, गौरव चौधरी आदि लोग उपस्थित रहे।