ज्योति यादव डोईवाला: गन्ना मिल द्वारा किसानों से गन्ना मूल्य भुगतान के झूठे आश्वासन के खिलाफ अखिल भारतीय किसान सभा ने गन्ने के भुगतान को लेकर अधिशासी निदेशक के कार्यालय पर किया प्रदर्शन ।शीघ्र भुगतान न होने पर दी आंदोलन की चेतावनी ।
गन्ना मिल को चलते हुए लगभग दो माह होने जा रहे हैं और 27 दिसम्बर2022 को किसानों द्वारा भुगतान की मांग को लेकर किये गये प्रदर्शन में डोईवाला मिल अधिशासी निदेशक महोदय द्वारा 10 जनवरी2023 तक गन्ने का भुगतान किए जाने का वायदा किया था।
परन्तु 14 जनवरी तक भी भुगतान सम्बन्धी कोई कार्यवाही मिल द्वारा नहीं किये जाने से नाराज किसानों ने आज पहले गन्ना सोसायटी डोईवाला में बैठक की और तत्पश्चात भुगतान किये जाने की मांग को लेकर किसान मिल में अधिशासी निदेशक से मिलने पहुंचे जहां अधिशासी निदेशक महोदय अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे । जबकि वह मिल परिसर में ही मौजूद थे। और सूचना के बावजूद उन्होंने किसानों से मिलना उचित नहीं समझा जिससे नाराज किसानों ने मिल प्रशासन के खिलाफ ज़ोरदार नारेबाजी करते हुए मिल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह व मण्डल अध्यक्ष उमेद बोरा ने कहा कि डोईवाला गन्ना मिल द्वारा किसानों के साथ आंख मिचौली खेली जा रही है जिसे किसान अब बर्दास्त करने की स्थिति में नहीं है उन्होंने गन्ना मिल प्रशासन के खिलाफ किसानों से वादाखिलाफी का भी आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ मिल मीडिया के माध्यम से अखबारों व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अच्छे कार्य की वाहवाही लूटने में लगा है परंतु जिस किसान के गन्ने से मिल बेहतर स्थिति में है उसे मरने के लिए रामभरोसे छोड़ दिया है ।
किसान सभा जिला उपाध्यक्ष व मण्डल सचिव याक़ूब अली एवं मण्डल उपाध्यक्ष ज़ाहिद अंजुम ने कहा कि सरकार और मिल प्रशासन दोनों किसानों को धोखा दे रहे हैं । अभी तक राज्य सरकार गन्ने का रेट घोषित नही कर पाई वहीँ दूसरी तरफ मिल द्वारा किसानों को कोई अग्रिम भुगतान नहीं किया जा रहा ताकि परेशान किसान अपनी कुछ जरूरतों को पूरा कर सके ।
प्रदर्शन को किसान नेता उमेद बोरा व जगजीत सिंह ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि डोईवाला का किसान बहुत शांत स्वभाव का है लेकिन अगर मिल द्वारा उनके साथ गन्ना भुगतान को लेकर किसी भी तरह से धोखेबाजी की गई तो किसान उसे बर्दास्त नहीं करेगा । उन्होंने मिल प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही भुगतान नहीं होता तो किसान सभा किसी भी समय भुगतान की निर्णायक लडाई के लिए अनिश्चय कालीन धरने के लिए बाध्य होगी ।
उपस्थित किसानों ने ईडी द्वारा वार्ता के लिए मिल के अंदर जहां वह कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे काम की निगरानी कर रहे थे वहां किसानो को भेजे गये आमंत्रण को ठुकराते हुए शीघ्र भुगतान की चेतावनी देते हुए मिल परिसर से बाहर आ गए।
इस अवसर पर गुरचरण सिंह, प्रेम सिंह, समशाद अली, साधु राम, मिलनजीत सिंह, इलियास अली, राजेन्द्र कुमार, कमल अरोड़ा, दीपक कुमार, सरजीत सिंह, सईद हसन, हरबंश सिंह आदि काफी संख्या में किसान उपस्थित थे ।