ज्योति यादव डोईवाला: डोईवाला के माजरी क्षेत्र में गंगा फिलिंग स्टेशन के नाम से पेट्रोल पंप का निर्माण कार्य चल रहा था जिस पर माजरी के किसानों ने आपत्ति जताते हुए अपनी नाराजगी प्रकट की और पेट्रोल पंप मालिकों पर सिंचाई के लिए बनी काफी पुरानी नहर को कब जाने का आरोप लगाया। माजरी गांव के ग्रामीण और किसान माजरी में बन रहे इंडियन ऑयल कंपनी के पैट्रोल पंप निर्माण को रूकवाने पहुंचे तो पंप निर्माण कर रहे मालिकों से ग्रामीणों और किसानों का विवाद हो गया। किसानों ने पंप मालिकों पर किसानों के खेतों के लिए बनी 1947 की सिंचाई गुल को कब्जाने का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जताई और पंप निर्माण का काम रुकवाया।
मौके पर पहुंचे पम्प मालिको ने अपने लीगल कागज और पूर्व में किसानों के साथ हुए समझौते के कागज दिखाए और नहर का निर्माण पंप के किनारे करने की जानकारी दी। लेकिन ग्रामीण और किसान पुरानी सिंचाई गुल को ही खोलने की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद मौके पर लाल तप्पड़ पुलिस के पुलिस कर्मी भी पहुंचे और दोनो पक्षों से जानकारी लेने के बाद पेट्रोल पंप का निर्माण और किसानों द्वारा जबरन सिंचाई गुल खोलने का काम रुकवाकर दोनों पक्षों से आपस में सौहार्द पूर्ण वातावरण में वार्ता करके बीच का हल निकालने की बात कही। जिस पर दोनो पक्षों में आपस में बार करने का निर्णय लेते हुए सोमवार को बैठक करने का निर्णय लिया। इस दौरान पानी प्रबंध समिति माजरी अध्यक्ष दयाराम पाल, उपाध्यक्ष हतपाल सिंह, सचिव सुखबीर सिंह प्रेम सिंह मान सिंह अशोक पाल आदि मौजूद थे।