उत्तराखंडगढ़वाल

केदारनाथ आपदा के 7 साल, बाद भी मिले 4 कंकाल

संवाददाता(देहरादून): वर्ष 2013 की दिनांक 16 जून की रात्रि व दिनांक 17 जून की प्रातःकाल श्री केदारनाथ क्षेत्र में आयी भीषण आपदा व जलप्रलय में काफी लोग लापता हो गये थे। लापता हुए लोगों की तत्समय ढूंढ खोज की गयी व तदोपरान्त भी समय-समय पर लापता लोगों के शव/कंकाल ढूंढे जाने हेतु अभियान चलाये गये। इस वर्ष भी आपदा के दौरान लापता हुए लोगों के नरकंकालों की खोजबीन किये जाने हेतु जनपद रूद्रप्रयाग के स्तर पर 10 टीमों का गठन करते हुए टीमों को 10 अलग-अलग मार्गों (ट्रैकों) हेतु रवाना कर दिनांक 16 सितंबर 2020 से आज दिनांक 20 सितंबर 2020 तक सघन खोजबीन अभियान चलाया गया।

अभियान का सुपर विजन पुलिस अधीक्षक, रूद्रप्रयाग नवनीत सिंह कर रहे थे खोजबीन केदारनाथ से गरुड़ चट्टी होते हुए गोमुखड़ा, तोषी, त्रिजुगीनारायण से सोनप्रयाग की ओर गई टीम को गोमुखड़ा से नीचे गौरी माई खर्क के आसपास के क्षेत्र में खोजबीन के दौरान 4 नर-कंकाल (अस्थि-अवशेष) बरामद हुए।मिले नर कंकालों को उपलब्ध कराए गए बॉडी बैग में रखते हुए सोनप्रयाग लाया गया, जहां पर विधिवत पंचायतनामा भरे जाने तथा डीएनए सैंपलिंग की कार्यवाही की गयी। मंदाकिनी व सोन नदी के संगम पर सभी नर-कंकालों (अस्थि-अवशेषों) का नियमानुसार अंतिम संस्कार किया गया।

वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा के दौरान लापता हुए लोगों के मृत शरीर, नर कंकाल खोजे जाने हेतु चले सघन खोजबीन अभियान के दौरान मिले 04 नर-कंकाल (अस्थि-अवशेष) पुलिस व एसडीआरएफ टीम को मिले है।

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