24 घंटे में 267 नए संक्रमित, पांच मरीजों की मौत
देहरादून :उत्तराखंड में बीते 24 घंटे के भीतर पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है, जबकि 267 नए लोग संक्रमित मिले हैं। अब कुल संक्रमितों की संख्या 91811 पहुंच गई है। इनमें 84705 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को 11788 सैंपल जांच में निगेटिव पाए गए। वहीं, देहरादून जिले में 123 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। नैनीताल में 54, हरिद्वार में 22, उत्तरकाशी में 18, पौड़ी में 13, ऊधमसिंह नगर में 11, टिहरी में 11, चंपावत में सात, पिथौरागढ़ में तीन, रुद्रप्रयाग में दो, अल्मोड़ा, बागेश्वर व चमोली जिले में एक-एक संक्रमित मिले हैं।
वहीं, आज पांच मृतकों में से एम्स ऋषिकेश में एक, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में एक, दून मेडिकल कॉलेज में एक, हिमालयन हॉस्पिटल में एक, जया मैक्सवेल हॉस्पिटल में एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है। प्रदेश में अब तक 1527 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 84705 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 4376 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है।
प्रदेश में रिकवरी बढ़ी, मृत्यु दर में आई कमी
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण से थोड़ी राहत मिली है। संक्रमितों की तुलना में रिकवरी दर बढ़ी है और कोरोना मरीजों की मृत्यु दर में कमी आई है। बीते सात दिनों के भीतर प्रदेश में 93 हजार से अधिक कोविड जांच की गई। इसमें 2326 संक्रमित मिले हैं। इस दौरान 3307 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। वहीं, 46 कोरोना मरीजों की मौत हुई है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण काल को 294 दिन यानी 42 सप्ताह का समय बीत गया है। नए साल में कोरोना जंग में सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। सात दिन के भीतर 93963 लोगों की जांच हुई है। इसमें 2326 संक्रमित मामले सामने आए हैं।
41वें सप्ताह की तुलना में 1039 कम संक्रमित मिले हैं। वहीं, 3307 मरीज स्वस्थ हुए हैं। बीते सप्ताह प्रदेेश में 68 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। जबकि 42वें सप्ताह में 46 मरीजों ने दम तोड़ा है।
कोरोना आंकड़ों का अध्ययन कर रहे सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के आधार पर पिछले साढ़े पांच महीनों में सात दिनों में सबसे कम संक्रमण दर 2.48 प्रतिशत रही है।
पिछले सप्ताह की तुलना में 15 हजार कम सैंपलों की जांच हुई है, लेकिन रिकवरी दर बढ़ी और मृत्यु दर में कमी आई है। नए साल के शुरुआत में कोरोना संक्रमण के नतीजे राहत देने वाले हैं।