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महाराष्ट्र के नांदेड जिले में 1179 गांव कोरोना मुक्त

There is good news from Maharashtra badly affected by corona infection. Out of a total of 1604 villages infected in 16 tehsils of Nanded district of the state, 1179 villages have become free from corona virus. At the same time, not a single case of infection was reported in 271 other villages during the second wave of the epidemic. Nanded district has so far reported more than 90,000 cases of Kovid-19 and 1,800 people have died, an official said. Nanded Zilla Parishad Chief Executive Officer (CEO) Varsha Thakur said that village panchayats, panchayat samitis, members of zilla parishad, anganwadi workers, district administration and health department personnel of zilla parishad came together to break the chain of infection. Worked. The villagers contributed by following the protocol. In this way, the epidemic could be controlled through collective efforts. However, the pandemic is not over yet. So the villagers should be more alert. On June 4, not a single case of infection was reported in 271 villages of the district. Out of this, 71 villages are tribal villages under Kinwat tehsil. The official said that Kinwat tehsil is surrounded by Yavatmal district of Maharashtra and Adilabad district of neighboring Telangana state, which saw the highest number of infections during the second epidemic. Shelgaon of Naya Gaon tehsil has achieved the target of 100% vaccination while in Bhosi village of Bhokar taluk, patients were treated in the village itself.

कोरोना संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र से अच्छी खबर है। सूबे के नांदेड़ जिले की 16 तहसीलों में संक्रमित कुल 1604 गांवों में से 1179 गांव कोरोना वायरस से मुक्त हो गए हैं। वहीं, 271 अन्य गांवों में महामारी की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया।एक अधिकारी ने बताया कि नांदेड जिले में अभी तक कोविड-19 के 90,000 से अधिक मामले आए हैं और 1,800 लोगों की मौत हो चुकी है। नांदेड जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वर्षा ठाकुर ने कहा कि गांवों की पंचायतों, पंचायत समितियों, जिला परिषद के सदस्यों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, जिला प्रशासन और जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने संक्रमण की शृंखला तोड़ने के लिए एक साथ मिलकर काम किया।गांव वालों ने प्रोटोकॉल का पालन करके इसमें योगदान दिया। इस तरह सामूहिक प्रयास से महामारी पर काबू पाया जा सका। हालांकि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। इसलिए गांव वालों को और सतर्क रहना चाहिए। बीते चार जून को जिले के 271 गांवों में संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया। इसमें से 71 गांव किनवट तहसील के अंतर्गत आने वाले आदिवासी गांव हैं।अधिकारी ने बताया कि किनवट तहसील महाराष्ट्र के यवतमाल जिले और पड़ोसी राज्य तेलंगाना के अदिलाबाद जिले से घिरी है, जहां दूसरी महामारी के दौरान संक्रमण के काफी ज्यादा मामले सामने आए। नया गांव तहसील के शेलगांव ने 100 फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है जबकि भोकर तालुक के भोसी गांव में मरीजों का इलाज गांव में ही किया गया।

 

 

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